Motherhood University
Enlightening World
Select Page

मदरहुड विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित हो रहे कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ0) नरेन्द्र शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार करते हुए 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गयी ।

तत्पश्चात, वर्ष 2015 में 21 जून को पहली बार विश्व ने योग दिवस मनाया। इसी क्रम में संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा 9वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून, 2023 की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग’ (Yoga for Vasudhaiva Kutumbakam) रखा गया है। इस थीम से तात्पर्य धरती पर सभी लोगों के स्वास्थ्य के लिए योग की उपयोगिता से है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से ‘ योग’ एक वैश्विक आंदोलन बन गया है। आज पूरी दुनिया में लोग योग और वसुधैव कुटुंबकम की भावना को लेकर एक साथ योग कर रहे हैं।
व्यक्तिगत स्तर पर हमारे लिए बेहतर स्वास्थ्य कितना जरूरी होता है, ये हम सब जानते हैं. योग एक शक्तिशाली समाज का निर्माण करता है। भारत की संस्कृति समाज संरचना हो या फिर आध्यात्म हो हमने हमेशा परम्पराओं का स्वागत किया है तथा  नए विचारों को संरक्षण दिया है। योग को लेकर कहा गया है कि कर्म में कुशलता ही योग है, योग केवल शारीरिक व्यायाम तक सीमित नहीं है, महर्षि पतंजलि जैसे ऋषियों के अनुसार यह शरीर मन, बुद्धि और आत्मा को जोड़ने की समग्र जीवन पद्धति है. शास्त्रो में योगश्चित्तवृत्तिनिरोध:’, ‘मनः प्रशमनोपायः योगः’तथा ‘समत्वं योग उच्यते’ आदि विविध प्रकार से योग की व्याख्या की गयी है, जिसे अपनाकर व्यक्ति शान्त व निरामय जीवन का अनुभव करता है। सम्बोधन के अंत में आप ने कहा कि “व्यायामात् लभते स्वास्थ्यं दीर्घायुष्यं बलं सुखं। आरोग्यं परमं भाग्यं स्वास्थ्यं सर्वार्थसाधनम्॥” आओ हम सभी योग को अपने जीवन का नियमित हिस्सा बनाकर एक स्वस्थ परिवार से स्वथ्य राष्ट्र का निर्माण करें।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ एन के यादव ने कहां कि, योग हमें खुद से मिलाता है योग हमें ईश्वर की अनुभूति दिलाता है स्वस्थ जीवन जीना सिखाता है। योग निरोग रहने का एक सर्वोत्तम रास्ता है। योगाचार्यों के द्वारा इस अवसर पर सूक्ष्म योग , ताड़ासन, वृक्षासन , पस्च्पादासन , अर्धचक्रासन , वज्रासन , उष्ट्रासन , वक्रासन , भुजांगासन , प्राणायाम ,ध्यान अदि का अभ्यास कराया गया। इस योग अभ्यास में मदरहुड विश्वविद्यालय के सभी संकायों के अधिष्ठाता , विभागाध्यक्ष , प्राध्यापक व समस्त कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया। इसके साथ ही एन सी सी , एन एस एस व मदरहुड विश्वविद्यालय के छात्र -छात्रों द्वारा भी बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग किया गया।